हेल्लो दोस्तों कैसे है, आप लोग आशा है, आप लगो अच्छे ही होंगे, आईये आज के इस लेख में (shree baba ramdev mandir) श्री बाबा रामदेव मंदिर की यात्रा कैसे करे इसके बारे में जानेगे।
आपने कभी न कभी श्री बाबा रामदेव मंदिर के बारे में तो सुना ही होगा, और आज के इस लेख में हम इस चमत्कारी श्री बाबा रामदेव मंदिर के बारे में जानेंगे।
इस लेख में हम श्री बाबा रामदेव मंदिर कैसे जाए, यह मंदिर कहा पर स्थित है, और इन सभी के अलावा श्री बाबा रामदेव मंदिर के बारे में कुछ रोचक जानकरी आप लोगो के साथ साझा करेंगे, तो आईये बिना समय को गंवाए श्री बाबा रामदेव मंदिर के बारे में विस्तार से जानते है।
श्री बाबा रामदेव मंदिर कहा पर स्थित है। shree baba ramdev mandir kaha par hai।
जो लोग इस हमेशा से श्री बाबा रामदेव मंदिर जाते रहे है, उन्हें अच्छे से पता होगा, कि यह मंदिर कहा पर स्थित है, लेकिन जिन लोगो को नही पता है, उन्हें इस लेख को पढ़ने के बाद अच्छे से पता चल जाएगा कि श्री बाबा रामदेव मंदिर कहा पर स्थित है।
श्री बाबा रामदेव का यह मंदिर राजस्थान के जैसलमेर जिले के रामदेवरा गांव में स्थित है, जो जैसलमेर शहर से करीब 119 किमी., जोधपुर शहर से करीब 175 किमी. और पोखरण से करीब 11 किमी. की दूरी पर स्थित है। आपको बता दे, हर साल इस मंदिर में हजारो श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है।
श्री बाबा रामदेव मंदिर कैसे पहुचे। बाबा रामदेव जी का मंदिर कहां पर है। shree baba ramdev mandir ki yatra kaise kare।
ऊपर हमने बाबा रामदेव का मंदिर कहा पर स्थित है, इसके बारे में जानकारी दी है, लेकिन अब हम बाबा रामदेव मंदिर कैसे जाए, इसके बारे में जायेंगे, इस लेख में हम हवाई जहाज, ट्रेन, व बस से बाबा रामदेव मंदिर कैसे जाए इसके बारे में विस्तार से जानेगे।
हवाई जहाज बाबा रामदेव मंदिर की यात्रा कैसे करे-
आज के समय में दुनियाभर में हवाई ट्रिप हो रही है, ऐसे में यदि भारत की बात की जाये, तो आप हवाई मार्ग से भारत के किसी भी कोने में घूम सकते है, लेकिन यहा पर हम बाब रामदेव मंदिर कैसे जाए इसके बारे में जानेंगे।
भारत में कई हवाई जहाज के एयरपोर्ट है, और वह से कई जहाज जैसलमेर आती है, क्योकि रामदेवरा गांव में स्थित बाबा रामदेव मंदिर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जैसलमेर एयरपोर्ट है।
जहां से बाबा रामदेव मंदिर की दूरी करीब 126 किमी. है। जैसलमेर एयरपोर्ट से आप बस पकड़ कर पोखरण जा सकते हैं और वहां से टैक्सी द्वारा श्री बाबा रामदेव मंदिर पहुंचा जा सकता है।
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ट्रेन से श्री बाब रामदेव मंदिर की यात्रा कैसे करे-
यदि हम भारत में ट्रेन की बात करे, हर एक राज्य दुसरे राज्य में ट्रेन जाती है, ऐसे में यदि आप ट्रेन श्री बाबा रामदेव मंदिर की यात्रा करना चाहते है, तो आपके लिए हम कुछ विकल्प लेकर आये है, आईये इसके बारे में जानते है।
श्री बाबा रामदेव मंदिर का नजदीकी रेलवे स्टेशन पोखरण है, जो इस मंदिर से करीब 14 किमी. की दूरी पर स्थित है। पोखरण रेलवे स्टेशन से श्री बाबा रामदेव मंदिर जाने के लिए टैक्सी की सुविधा उपलब्ध होती है।
बस से श्री बाबा रामदेव कि यात्रा कैसे करे-
इसके ऊपर हमने ट्रेन व हवाई जहाज से यात्रा कैसे करे, इसके बारे में जानकारी दी है, आईये अब बस से बाबा रामदेव मंदिर की यात्रा कैसे करे, इसके बारे में जानते है।
श्री बाबा रामदेव मंदिर का नजदीकी बस स्टैंड जैसलमेर जिले के पोखरण में स्थित है, जो इस मंदिर से करीब 12 किमी. की दूरी पर स्थित है। पोखरण से आप टैक्सी द्वारा बाबा रामदेव मंदिर पहुंच सकते हैं।
श्री बाबा रामदेव कौन थे-
वे चौदहवीं सदी के एक शासक थे, जिनके पास मान्यतानुसार चमत्कारी शक्तियां थीं। उन्होंने अपना सारा जीवन गरीबों तथा दलितों के उत्थान के लिए समर्पित किया। भारत में कई समाज उन्हें अपने इष्टदेव के रूप में पूजते हैं।
श्री बाबा रामदेव मंदिर जैसलमेर जिले के रामदेवरा गांव में बसा हुआ है। आपको बता दें कि श्री बाबा रामदेव मंदिर ना सिर्फ जैसलमेर जिले, बल्कि पूरे राजस्थान का बेहद प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है।
जहां पर आपको सालों भर श्रद्धालुओं के साथ-साथ पर्यटकों की काफी भीड़ देखने को मिल जाएगी। रामदेवरा मंदिर के पास एक सरोवर भी है, जिसमें स्नान करके आप बाबा रामदेव के दर्शन कर सकते हैं।
श्री बाबा रामदेव, राजस्थान के एक लोक देवता हैं जिनकी पूजा सम्पूर्ण राजस्थान व गुजरात समेत कई भारतीय राज्यों में की जाती है। इनके समाधि-स्थल रामदेवरा (जैसलमेर) पर भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष द्वितीया सेे दसमी तक भव्य मेला लगता है, जहाँ पर देश भर से लाखों श्रद्धालु पहुँचते है।
श्री बाबा रामदेव मंदिर के बारे में कुछ रोचक तत्थ – About Shree Baba Ramdev Temple Jaisalmer In Hindi.
- बाबा रामदेव जी का जन्म विक्रम संवत 1409 में जैसलमेर जिले के रामदेवरा गांव में हुआ था।
- रामदेव जी का विवाह अमरकोट के सोढ़ा राजपूत दलै सिंह की पुत्री निहालदे के साथ हुआ।
- श्री बाबा रामदेव के पास चमत्कारी शक्तियाँ थी।
- बाबा ने अपनी कभी भी अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल नही किया है।
- बाबा रामदेवजी मुस्लिमों के भी आराध्य हैं और वे उन्हें रामसा पीर या रामशाह पीर के नाम से पूजते हैं।
- पूज्य रामदेव बाबा ने अपना सारा जीवन गरीबों तथा दलितों के उत्थान के लिए समर्पित किया।
- भारत में कई समाज उन्हें अपने इष्टदेव के रूप में पूजते हैं।
- बाबा रामदेव मंदिर पर देश भर से लाखों श्रद्धालु पहुँचते है।
- वे चौदहवीं सदी के एक शासक थे।
- बाबा रामदेव ने सन 1442 में भाद्रपद शुक्ल एकादशी को राजस्थान के रामदेवरा (पोकरण से 10 कि.मी.) में जीवित समाधि ले ली।
निष्कर्ष आज हमने क्या सिखा-
आज के इस लेख में हमने श्री बाबा रामदेव मंदिर की यात्रा कैसे करे (shree baba ramdev temple jaisalmer) और बाबा रामदेव तथा रामदेव मंदिर से सम्बंधित बहुत से सवालो के बारे में जानकारी दी है।
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