Yadav ko kabu kaise kare। यादव को काबू में कैसे करें।

गूगल पर लोग हमेशा कुछ न कुछ सर्च करते है, जिनमे से एक सवाल यह है, की google yadav ko kabu kaise kare। ‘यादव को काबू कैसे करे’ भारत के अन्दर इतनी जाति है, की इन सब का अनुमान लगाना मुश्किल है।

इनमे से ही एक जाती है, “यादव” इनका भी एक प्रचंड इतिहास है, और इस जाति का उल्लेख पुराणों सहित कई कालो में मिलता है, आज के समय में भी यादवो की संख्या बहुत है।

यह उत्तरी छेत्र में अत्यधिक निवास करते है. आज हम यादवो के पुरे इतिहास के बारे में आप लोगो को जानकारी प्रदान करेंगे।

yadav-ko-kabu-kaise-kare

यादव से कभी भी झूठ ना बोले-

भारत के हर राज्य में यादव पाए जाते है, और वह अपने मेहनत के दम पर किसी भी कार्य को करते है, और हमेशा सच के साथ रहते है।

इसलिए यदि आप किसी यादव को काबू में करने की सोच रहे तो आपको उनसे झूठ नही बोलना चाहिए, क्योकि ऐसा करने से कभी न कभी तो पकडे ही जायेंगे।

ऐसे में आपका झूठ बोलना भारी पड़ सकता है, क्योकि ऐसे लोग यादव को पसंद नही होते है, जो बात-बात में झूठ बोलते है।

यदि आप ऐसा बार-बार करते है, तो आप यादव की नजरो में गिर सकते है, और आपका यादव को काबू में करने का सपना भी अधुरा रह सकता है।

यादव का सम्मान करे-

ऐसे लोग यादव को काफी पसंद होते है, जो उनके सम्मान के लिए हमेशा खड़े होते है, क्योकि यादव समाज के लोग ऐसे ही होते है।

जो उनका सम्मान करते है, वह उनके नजर में बने रहते है, इसलिए आपको जब भी कही पर यादव दिखे तो आपको सबसे पहले उनका सम्मान करना है।

ऐसा करने से आप यादव की नजर में बने रहेंगे, और आप इस तरीके को अपनाकर आसानी से किसी भी यादव को काबू में कर सकते है।

मेरे हिसाब से मै हर किसी को सम्मान देता हूँ, और आप भी किसी को अपने काबू में करना चाहते है, तो सबसे पहले उनका सम्मान करना चालू कर दे।

यादव से धार्मिक बात करे-

जैसा मैंने आपको पहले ही बता दिया की यादव भारत के हर राज्य में पाए जाते है, और भारत देवी देवताओं को स्थान है, और यादव पूजा पाठ पर काफी भरोसा करते है, इसलिए उन्हें धार्मिक बाते सुनना व करना काफी पसंद होता है।

इसलिए यदि आप भी किसी यादव को अपने काबू में करने की सोच रहे है, तो आपको यादव से धर्मिक बाते करनी है, ऐसा करने से एक न एक दिन यादव आपके काबू में जरुर आ जायेंगे।

यादव से उनके इतिहास की बाते करे-

कई लोगो को अपने इतिहास के बारे में काफी सुनना पसंद होता है, इसलिए आप जब भी किसी यादव को काबू में करने की सोचे, तो एक बात का पक्का करे, कि आपको उनके इतिहास के बारे में जानकारी देनी है।

क्योकि यादव को ऐसे लोग काफी आकर्षित लगते है, जो उनके इतिहास के बारे में बाते करते हो।

यादव से दोस्ती करे-

किसी भी यादव से दोस्ती करने के लिए आप उनसे अच्छे से बाते करे, उनका सम्मान करे, इन तरीको को अपनाकर आप एक यादव से दोस्ती कर सकते है,

जिसके बाद धीरे-धीरे वह आपके काबू में आने लगेंगे, और यदि आप किसी भी यादव से ऐसे ही बाते करने जायेंगे।

तो वह आपके काबू में तो क्या आपको अपने पास भी नही खड़ा करेगा, क्योकि यादव को अच्छे से बात करने वाले लोग काफी पसंद होते है।

इसलिए आपको सबसे पहले किसी भी यादव को अपने काबू में करने के लिए उनसे दोस्ती करना होगा, और जैसी-जैसी आपकी दोस्ती बढती जायेगी,

वैसे ही यादव आपकी बातो को सुनना व समझने लगेंगे और आपके काबू में आसानी से आ जायेंगे।

यादव को कोई भी बात न छुपाये-

यदि आप किसी भी यादव को अपने काबू में करना चाहते है, तो आपको एक बात का ध्यान रखना है, कि आपको कभी भी यादव से कोई बात नही छुपानी है।

ऐसा करने से आपका यादव को काबू में करने का सपना अधुरा रह सकता है, क्योकि कहा गया है, इंसान एक बात को छुपाने के लिए हजारो झूठ बोल जाता है।

यदि ऐसी स्थिति में यादव को यह बात पता चलेगी की आप उनसे किसी पर्सनल बात को छुपा रहे है, तो आपका यादव को बाबू में करने का सपना अधुरा रह सकता है।

इसलिए आपको यादव को काबू में करने के लिए उनसे कोई भी बात नही छुपानी चाहिए।

हद से ज्यादा न बोले- 

जब भी आप किसी यादव से मिले तो लिमिट में बाते करे, क्योकि ऐसे लोग यादव को बेहद पसंद होते है, एक सर्वे के मुताबित 50% से भी ज्यादा यादव अपना खुद का व्यवसाय करते है, और मुंबई जैसे महानगरो के पाटिल उद्योगपति व बिज़नेसमैंन है।

जिससे उनके पास ज्यादा समय नही होता है, ऐसे में यदि आप उनसे हद से ज्यादा बाते करेंगे, तो वह आपके लिए अच्छा नही होगा।

और ऐसे लोग यादव को कभी भी पसंद नही आते, इसलिए यदि आप यादव को अपने काबू में करना चाहते है, तो आपको यादव से ज्यादा बाते नही करनी चाहिए।

यादव का हमेशा सहयोग करे- 

यादव को अपने काबू मे करने का सबसे आसान तरीका है, यादव की मदद करके, जब आप किसी यादव को अपने काबू में करने की सोचते है।

तो आपको जिस किसी भी यादव को अपने काबू में करना है, तो बस आपको समय-समय पर उनका सहयोग करना है, ऐसे व्यक्ति यादव की नजर काफी इम्पोर्टेंट होते है।

 

तथा ऐसे लोगो को यादव कभी भी नही बुलते है, इस तरीके को अपनाकर आप किसी भी यादव को अपने काबू में कर सकते है, बहुत से लोगो को यह जानकारी पढ़कर बहुत अजीब लगेगा।

कि मैंने उनसे यह सब क्यों करने को कहा, लेकिन मै उन लोगो से केवल इतना ही कहना चाहूँगा, की जब किसी व्यक्ति को प्यार से अपने काबू में कर सकते है।

तो उससे झगड़ा करने की क्या जरुरत है, क्योकि आजकल कोई किसी से कम नही है, इसलिए यदि आपको किसी भी यादव को अपने काबू में में करना है, तो आपको ऊपर दिए गए बिन्दुओ पर ध्यान देना होगा, और उन्हें फॉलो करना होगा।

 

पुरस्कृत यादव सैनिको के नाम-

कुछ ऐसे सवाल सवाल जिनके बारे अत्यधिक गूगल पर सर्च करते है, जैसे यादव को काबू कैसे करे (yadav ko kabu kaise kare) तथा यादवो का इतिहास क्या है।

आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आप लोगो को यादवो के इतिहास के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है, इसके लिए आप इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पढ़े।

यादवो का नाम पौराणिक कथाओं में-

हम सभी को पता है की  यादव शब्द की व्याख्या ‘यदु के वंशज’ से की गई है, जो कि एक पौराणिक राजा थे।

बहुत व्यापक सामान्यताओं का उपयोग करते हुए, जयंत गडकरी कहते हैं कि पुराणों के विश्लेषण से यह लगभग निश्चित है कि अंधका वृष्णि सातवात और आभीर को सामूहिक रूप से यादवों के रूप में जाना जाता था और वह कृष्ण की पूजा करते थे।

यादव का मूल व्यवसाय-

यादव शब्द कई उपजातियों को आच्छादित करता है जो मूल रूप से अनेक नामों से जानी जाती है, जैसे-

  • हिन्दी क्षेत्र, पंजाब व गुजरात में- अहीर,
  • महाराष्ट्र, गोवा में – गवली,
  • आंध्र व कर्नाटक में- गोल्ला, तमिलनाडु में – कोनर,
  • केरल में – मनियार,
  • जिनका सामान्य पारंपरिक कार्य कृषि चरवाहे, गोपालक व दुग्ध-विक्रेता का था

अधिकांश यादव आज भी खेती करने वाले हैं, और एक तिहाई से भी कम आबादी मवेशियों या दूध के व्यवसाय में लिप्त है,

एम. एस. ए. राव ने भी जाफरलॉट के जैसी ही राय व्यक्त की और कहा कि मवेशियों के साथ पारंपरिक जुड़ाव, यदु के वंश का होने में विश्वास, यादव समुदाय को परिभाषित करता है।

पुरस्कृत यादव सैनिको के नाम-

  • कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव ,परम वीर चक्र
  • नवल कमांडर बी. बी। यादव, महावीर चक्र
  • लांस नायक चंद्रकेत प्रसाद यादव, वीर चक्र
  • मेजर जनरल जय भगवान सिंह यादव, वीर चक्र
  • विंग कमांडर कृष्ण कुमार यादव, वीर चक्र
  • नायक गणेश प्रसाद यादव, वीर चक्र
  • नायक कौशल यादव, वीर चक्र
  • जगदीश प्रसाद यादव, अशोक चक्र (मरणोपरांत)
  • सुरेश चंद यादव, अशोक चक्र (मरणोपरांत)
  • स्क्वाड्रन लीडर दीपक यादव, कीर्ति चक्र (मरणोपरांत)
  • सूबेदार महावीर सिंह यादव, अशोक चक्र (मरणोपरांत)
  • पायनियर महाबीर यादव, शौर्य चक्र (मरणोपरांत) 
  • पैराट्रूपर, सूबे सिंह यादव, शौर्य चक्र
  • नायक सूबेदार राम कुमार यादव, शौर्य चक्र (मरणोपरांत)
  • सैपर आनंदी यादव, इंजीनियर्स, शौर्य चक्र (मरणोपरांत)
  • नायक गिरधारीलाल यादव, शौर्य चक्र (मरणोपरांत)
  • हरि मोहन सिंह यादव, शौर्य चक्र
  • कैप्टन वीरेंद्र कुमार यादव, शौर्य चक्र
  • पैटी अफसर महिपाल यादव, शौर्य चक्र
  • कैप्टन बबरू भान यादव, शौर्य चक्र
  • मेजर प्रमोद कुमार यादव, शौर्य चक्र
  • रमेश चंद्र यादव, शौर्य चक्र
  • मेजर धर्मेश यादव, शौर्य चक्र
  • लेफ्टिनेंट मानव यादव, शौर्य चक्र
  • मेजर उदय कुमार यादव, शौर्य चक्र
  • कैप्टन कृष्ण यादव, शौर्य चक्र
  • कैप्टन सुनील यादव, शौर्य चक्र
  • यादव अर्बेशंकर राजधारी, शौर्य चक्र
  • कमलेश कुमारी अशोक चक्र संसद भवन हमला 2001

यादव को काबू कैसे करे। yadav ko kabu kaise kare।

श्री कृष्ण जी के #वंशज है हम #यदुवंशी कहलावें, 

#यादव ने दुनिया में #शेर कहके #बुलावें !

हम #यादव चीते हैं #दुश्मनों का खून पी कर जीते हैं 

#जय यादव #जय माधव

#यादव की ताकत से पूरा #ब्रह्ममाड डोलता है, 

ये हम नहीं हमारा #इतिहास बोलता है जय #यदुवंशी.

#यादव वो नहीं। जो दुनिया को सलाम करेंगे, 

#यादव तो वो है। जिसे एक दिन दुनिया सलाम करेगी.

जय #यादव जय #माधव

यादवो में (आल्हा और उदल) का इतिहास-

एक ऐसे योद्धा जो यादव थे, और अपनी पूरी ज़िन्दगी में उन्होंने कभी भी हार नही देखि, आल्हा और ऊदल चंदेल राजा परमाल की सेना के एक सफल सेनापति दशराज के पुत्र थे, जिनकी उत्पत्ति बनाफर अहीर  जाति से हुई थी।

वे बाणापार बनाफ़र अहीरों के समुदाय से ताल्लुक रखते थे। और वे पृथ्वीराज चौहान और माहिल जैसे राजपूतों के खिलाफ लड़ते थे । भविष्य पुराण में कहा गया है कि न केवल आल्हा और उदल के माता पिता अहीर थे, बल्कि बक्सर के उनके दादा दादी भी अहीर थे।

Yadav ke kabu kaise karen गूगल- यादव को काबू कैसे करें?

मै झुक नही सकता मै शौर्य का अखंड भाग हूँ

जला  दे जो दुश्मन की रूह तक, मै वाही यादव की औलाद हूँ ,

हमारी जोर का अंदाजा हमारी शोर से नही

हमारी जोर से लगता है #अहीर रेजिमेंट

यादवो को काबू में करना मुनकिन नही, नामुनकिन है,

क्योकि इनका इतिहास कलम से नही तलवारों से लिखा गया है,

जब तक माथे पर लाल रंग नहीं लगता

यादव किसी को तंग नहीं करता,

सर चढ़ जाती है ये दुनिया भूल जाती है कि,

#यादव की तलवार को कभी जंग नहीं लगता

यादवो की सैन्य ताकत (yadav ko kabu me kaise kare)

अहीर एक एतिहासिक पृष्टभूमि की जंगी नस्ल है, 1920 में अंग्रेजों द्वारा अहीरों को “किसान जाति” के रूप में वर्गीकृत किया गया था

जो उस समय “योद्धा जाति” का परिचय यादव नाम से था, यादव लंबे समय से सेना में भर्ती हो रहे हैं, बात उस समय की है जब ब्रिटिश सरकार ने तब अहिरो की चार कंपनियों का निर्माण किया।

जिनमें से दो 95वीं रसेल इन्फैंट्री में थीं। और 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान 13वीं कुमाऊं रेजीमेंट की अहीर कंपनी द्वारा रेजांगला मोर्चे पर यादव सैनिकों की वीरता और बलिदान की आज भी भारत में प्रशंसा की जाती है।

और यादवो उनकी वीरता की याद में युद्ध स्थल स्मारक का नाम “अहीर धाम” रखा गया। वह भारतीय सेना की राजपूत रेजिमेंट, कुमाऊं रेजिमेंट, जाट रेजिमेंट, राजपुताना राइफल्स, बिहार रेजिमेंट, ग्रेनेडियर्स में भी भागीदार हैं। अहिरो के एकल सैनिक अभी भी भारतीय सशस्त्र बलों में बख्तरबंद कोनों और तोपखाने में मौजूद हैं।

ऐतिहासिक यादव (अहीर) राजा और कबीले प्रशासक-

  • पूरनमल अहीर, अहीर देश, मालवा, म.प्र.
  • ठकुराइन लराई दुलाया, नायगांव रिबाई, एम.पी.
  • ठाकुर लक्ष्मण सिंह, नायगांव रिबाई, म.प्र.
  • कुंवर जगत सिंह, नायगांव रिबाई, म.प्र.
  • लालजी, देवगुर्डिया, मालवा, म.प्र.
  • चूरामन अहीर, मंडला, म.प्र.
  • राव गुजरमल सिंह, रेवाड़ी, अहिरवाल
  • राव तेज सिंह, रेवाड़ी 
  • राव गोपालदेव सिंह, रेवाड़ी, अहिरवाल 
  • महाक्षत्रप ईश्वर दत्त, प्राचीन पश्चिम भारत 
  • प्राण सुख यादव, निमराना, अहीरवाल 
  • रुद्रमूर्ति अहीर, अहिरवाड़ा, झांसी, यू.पी.
  • राजा बुद्ध, बदायूं, उ.प्र.
  • आदि राजा, अहिछत्र, उ.प्र. 
  • राजा दिग्पाल, महाबन, यू.पी.
  • राणा कतीरा, चित्तौड़, राजस्थान 
  • वीरसेन अहीर, जलगाँव, महाराष्ट्र 

क्या सिखा-

आज हमने अपने  इस लेख के माध्यम से आप लोगो को Yadav ko kabu kaise kare (यादव को काबू कैसे करे) तथा यादवो के पुरे इतिहास के बारे में जानकारी दी है।

यदि आपको इस लेख से कुछ नया सिखने को मिला है, इसे अपने सोशल मीडया अकाउंट पर जरुर शेयर करे, तथा इस ब्लॉग को बुकमार्क करना ना भूले,  और ऐसी ही जानकारी के लिए निचे कमेंट करना ना भूले।

मेरा नाम किरन है, मै मध्यप्रदेश का प्रदेश का रहने वाली हूँ और मै पिछले 4 सालो से ब्लॉग्गिंग कर रही हूँ, तथा मै रिलेशनशिप, और सोशल मिडिया से सम्बंधित टॉपिक पर आर्टिकल लिखती हूँ।

Leave a Comment

error: Content is protected !!